नई दिल्ली –
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत महाराष्ट्र की 26 सिंचाई परियोजनाओं के लिए 756 करोड रुपये की पहली किस्त जारी की गई है। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को इस राशि का चेक राज्य के सिंचाई मंत्री गिरीश महाजन को सौंपा है।
इंडिया हैबिटेट सेंटर में जल संसाधन मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वित्त मंत्री अरुण जेटली के हाथो महाराष्ट्र समेत गुजरात और आंध्रप्रदेश राज्यों को परियोजनाओं को पूरा करने के लिए पहली किस्त के तौर पर चेक सौंपे गए। इस मौके पर केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडु, जल संसाधन मंत्री उमा भारती, राज्यमंत्री संजीव कुमार बालयान और विजय गोयल, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्राबाबु नायडु, महाराष्ट्र के सिंचाई मंत्री गिरीष महाजन और नाबार्ड के अध्यक्ष हर्ष कुमार भारद्वाज मौजूद थे।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत राज्यों की बड़ी और मध्यम वरीयता प्राप्त 99 परियोजनाओं को अगले चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इनमें महाराष्ट्र की 26 सिंचाई परियोजनाएं भी शामिल है। इसके मद्देनजर इन परियोजनाओं को पूरा करने के संबंध में गत 6 सिंतबर, 2016 को दिल्ली में केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय तथा नाबार्ड के बीच एक समझौता किया गया था। इस समझौते के मुताबिक महाराष्ट्र को 26 प्रकल्पों के लिए नाबार्ड 12 हजार 600 करोड़ रुपये की ऋण मुहैया करेगा।
महाराष्ट्र के लिए ऐतिहासिक दिन
राज्य के सिंचाई मंत्री गिरीष महाजन ने चेक प्राप्त होने पर खुशी जाहिर करते हुए राज्य की सिंचाई योजनाओं को पूरा करने के लिए नाबार्ड की ओर से पहली बार इतनी बड़ी रकम प्राप्त होने को महाराष्ट्र के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन बताया। उन्होने बताया कि पीएमकेवाईएस योजना में शामिल राज्य के 26 प्रकल्पों को पूरा करने केलिए नाबार्ड 12 हजार 600 करोड़ और केन्द्र सरकार 3 हजार 800 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता करेगी। इसके तहत 2018 तक राज्य के 26 सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से साड़े पाच लाख हेक्टर जमीन सिंचाई के दायरे में आएगी। राज्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली, केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती का आभार व्यक्त किया है।
राज्य के इन सिंचाई परियोजनाओं का होगा विकास
महाराष्ट्र के वाघुर, बावनथडी, निम्न दुधना, तिलारी, निम्न वर्धा, निम्न पांजरा, नांदुर मधमेश्वर चरण :२, गोसिखुर्द राष्ट्रीय प्रकल्प, ऊर्ध्व पैनगंगा, बेंबला, तारली, धोमबलकवडी, अर्जुना, ऊर्ध्व कुंडलिका, अरुणा, कृष्णा-कोयना उपसा सिंचन योजना, गड नदी, डोंगरगांव, सांगोला शाखा कालवा, खडक पूर्णा, वारणा, मोरणा( गु-हेरघर), निम्न पेढी, वांग, नरडवे (महंमद वाडी), कुडाली आदि शामिल है।
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